फिर आज कह रहे है ये पंछी तू प्यार कर...
सनसनाती हवा गूंज रही है कानो में ..
महकती मिट्टी कह रही है तू प्यार कर ...
महकते हुई फुल , गुण गुनाते भवरे ...
कह रहे है मुझे तू प्यार कर..
कह रहे है मुझे तू प्यार कर..
चमचमाते दिए और खामोश रातें कह रही है मुझे तू प्यार कर..
मचलती हुई लहरें और तेहरती मछलियाँ कह रही है तू प्यार कर..
टीम टिमाते तारे , खिल रहा चाँद कह रहे मुझे तू प्यार कर...
रिमझिम बरसते बदल , खामोश भीगते पेड़ कह रहे मुझे तू प्यार कर...
धड़कता दिल , झुकी हुई आँखे कह रही है मुझे तू प्यार कर..
फूली हुई साँस और तेज लहू कह रहा मुझे तू प्यार कर ..
तू प्यार कर...
Reviewed by Akshay
on
10:19 AM
Rating:
No comments:
Please write your comments here....
I will be happy to answer your questions on my blog if any.....